🙏नमामि गंगे🙏
भारत माँ के लाल हो,कहो तुम हर हर गंगे
नमामि गंगे-नमामि गंगे।।
गंगा को धरती पर,भागीरथ थे लाये,
पाप पुण्य का बोध कराने, ऋषि मुनि भी आये,
जप लो हरि का नाम,रहो सब साथी संगे,
नमामि गंगे-नमामि गंगे।।
कैसा चलन चला जो,गंगा हो गयी मैली,
पापों को धोते-धोते,खुद हो गयी विषैली,
रोते-रोते कहे है गंगा,मत कर मानव पंगे,
नमामि गंगे-नमामि गंगे।।
चन्द्र सी ज्योति तुम्हारी,तुम निर्मल जल धारी,
शरण में जो भी आये,तुम उसकी दुखहारी,
भूल के अपनी सभ्यता को,ना कर मानव दंगे,
नमामि गंगे-नमामि गंगे।।
करो प्रतिज्ञा अब से,कहोगे हर मानव से,
गंगा को रोकोगे,तुम दूषित होने से,
ना किया जो ऐसा,तो पछताओगे वंदे,
नमामि गंगे-नमामि गंगे।।
-जागृति गुप्ता✍️
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ReplyDeletevery nice...keep it up
ReplyDeleteThanks
DeleteVery nice
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