मेरी पहली अयोध्या यात्रा-:
रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे।
रघुनाथाय नाथाय सीताया: पतये नम:॥🙏
बात बचपन की है, जब टीवी पर सिर्फ दूरदर्शन यानी कि DD1 आता था,
औऱ रविवार के दिन हम सभी धारावाहिक जय श्री कृष्णा देखा करते थे।
अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद की रैली हजरत महल पार्क लखनऊ में होनी थी,
मेरे जीवन की ये पहली रैली थी जिसमें लगभग सभी वैश्य परिवारों ने भागीदारी की थी।
किशनी से 2बसें इस रैली में गयीं थी, और सभी ने ये तय किया हुआ था कि वापसी अयोध्या पुरी में रामलला के दर्शन करके ही होगी।
बचपन था,तो किसी बात की कोई फिक्र नहीं थी।
अयोध्या पहुंचने के बाद बिड़ला धर्मशाला में सभी के ठहरने की व्यवस्था की गई।
सबसे पहले सभी ने सरयू जी में स्नान किया, मेरी याद में किसी पवित्र नदी में वो मेरा पहला ही स्नान था।
उसके बाद हम सभी ने हनुमान गढ़ी में हनुमानजी के दर्शन किये, ततपश्चात कनकभवन बिहारी के,दशरथ महल, सीता रसोई, आदि के दर्शन किये।
यहीं कहीं मैंने और मेरी छोटी बहिन एक एक रील वाला कैमरा ख़रीद लिया। जेब में एक विक्स की डिब्बी भी थी।
अब हम सबकी अगली मंजिल थी रामजन्मभूमि के दर्शन।
हम सब जैसे ही परिसर में पहुंचे, तो वहां तलाशी बहुत ज्यादा चल रही थी।
एक लेडी कांस्टेबल ने मुझसे और मेरी बहिन से वो कैमरा जमा करने को कहा, मुझे आज भी याद है कि उसकी इस बात ने हमें कितना दुःखी कर दिया।
बचपन था, तब भगवान कम सामान ज्यादा प्रिय था,
हमने कहा हम जाएंगे ही नहीं अंदर,
ना जमा करेंगे।
फिर डैडी ने समझाया कि वापस आकर ले जाएंगे,अभी साथ चलो, यहां नहीं छोड़ सकते; फिर मन बस यही कहता रहा कि भगवान जी,कोई मेरा कैमरा ना ले जाये।
लोहे के जाल से पूरा गलियारा ऊपर और साइड से पूरी तरह बंद था, डैडी ने बताया कि करो दर्शन तो बल्ब की रोशनी में टैंट में प्रभु के दर्शन किये,
खुशी अब भी अधूरी ही थी क्योंकि मन कैमरे में रखा था।
वापस आकर जब कैमरा मिला तब खुशी मिली।
समय काफी बदल गया आज कैमरा नहीं राम जी से मिलने की उत्कंठा होती है,
राम जी ने पीली अक्षत तो भेज दिए,अब बस यही इंतजार है कि रामलला जल्द अयोध्यापुरी में बुला लें🙏
जय श्री राम🚩


No Compliment Required ☝️🤗🤗✍️ it's a too good 😊
ReplyDeleteधन्यवाद🙏
Deleteजय श्री राम🙏🚩
जय श्री सीताराम जी
ReplyDeleteजय सीताराम🙏
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